Shiv chaisa Secrets
Shiv chaisa Secrets
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सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
॥ शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा…॥
अर्थ- हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर दया बरसाने वाले भगवान शिव आपकी जय हो, आप सदा संतो के प्रतिपालक रहे हैं। आपके मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा शोभायमान है, आपने कानों में नागफनी के कुंडल डाल रखें हैं।
अंत में काम, क्रोध मद हारे, हे भोले तुम जीते
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
अंत काल Shiv chaisa को भवसागर में उसका बेडा पार हुआ॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥
सोमवार को शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से आप अपने सारे दु:खों को भुलाकर भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं। भगवान शिव की सभी स्तुतियों में शिव चालीसा को श्रेष्ठ और कल्याणकारी माना गया है। खासतौर पर महाशिवरात्रि पर या श्रावण मास में श्री शिव चालीसा का पाठ करने व सुनने से घर में सुख-शांति, धन-वैभव और प्रेम की वृद्धि होती है और शिव समस्त कामना पूर्ति का वरदान देते हैं।